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मई, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का मंत्री मंडल

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंत्री मंडल *केबिनेट मंत्री* 1. श्री राज नाथ सिंह रक्षा मंत्री। 2. श्री अमित शाह गृह मामलों के मंत्री। 3. श्री नितिन जयराम गडकरी सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री; तथा सूक्ष्म, लघु और मध्यम मंत्री उद्यम। 4. श्री डी.वी. सदानंद गौड़ा रसायन और उर्वरक मंत्री 5. श्रीमती। निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री; तथा कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री। 6. श्री रामविलास पासवान उपभोक्ता मामलों के मंत्री, खाद्य और सार्वजनिक वितरण। 7. श्री नरेंद्र सिंह तोमर कृषि और किसान कल्याण मंत्री; ग्रामीण विकास मंत्री; तथा पंचायती राज मंत्री। 8. श्री रविशंकर प्रसाद कानून और न्याय मंत्री; संचार मंत्री; तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना मंत्री प्रौद्योगिकी। 9. श्रीमती। हरसिमरत कौर बादल खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री। 10. श्री थावर चंद गहलोत सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री। 11. डॉ। सुब्रह्मण्यम जयशंकर विदेश मंत्री। 12. श्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' मानव संसाधन विकास मंत्री। 13. श्री अर्जुन मुंडा जनजातीय मामलों के मंत्री। 14. श्रीमती। स्मृति जुबिन ईरानी महिला और बाल विकास मंत्री; और कपड़ा मंत्री। 15. डॉ।...

विश्व तम्बाकू निषेध दिवस - जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज

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कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर समस्त विभागों के चिकित्सको, कर्मचारियों और छात्रों को मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ आरती लाल चंदानी ने नशा मुक्ति की शपथ दिलाई।     इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मंत्रीमंडल में डॉ हर्षवर्धन को पुनः जगह मिलने पर मेडिकल कॉलेज के सभी चिकित्सको ने ख़ुशी जाहिर किया। केंद्रीय मंत्री डॉ हर्ष वर्धन की बैचमेट और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ आरती लाल चंदानी ने ख़ुशी का इजहार करते हुए बताया कि डॉ हर्षवर्धन ने कानपुर मेडिकल कॉलेज में 1974 में प्रवेश लिया और 1983 में एमएस ईएनटी पास किया था।  डॉ आरती लालचंदानी ने बताया कि डॉ हर्षवर्धन का स्वाभाव शुरू से ही काफी सकारात्मक और  ऊर्जावान है। डॉ हर्षवर्धन आरएसएस में बहुत एक्टिव थे और कॉलेज में शाखा भी चलाते थे। डॉ हर्षवर्धन शुरू से ही समाज की बुराइयो को दूर करने के लिए समर्पित रहे है। कॉलेज के दिनों में भी डॉ हर्षवर्धन  तम्बाकू पर प्रतिबन्ध को लेकर अ...

राष्ट्रीय शर्करा संस्थान नार्थ इंडियन सुगरकेन एंड शुगर टेकनोलॉजिस्ट एसोसिएशन (NISSTA) वार्षिक सम्मेलन शुगर एक्सपो 

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    कानपुर नगर स्थित राष्ट्रीय शर्करा संस्थान में नार्थ इंडियन सुगरकेन एंड शुगर टेकनोलॉजिस्ट एसोसिएशन (NISSTA) एवं राष्ट्रीय शर्करा संस्थान कानपुर के संयुक्त तत्वाधान में चौथे वार्षिक सम्मेलन एवं दो दिवसीय शुगर एक्सपो का शुभारम्भ किया गया। सम्मलेन में श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब , नेपाल सहित देश विदेश से आये प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान कृषि फार्म एवं चीनी मिलो के स्तर पर चीनी की उत्पादकता बढ़ाने के लिए नवीन तकनीको और उपायों को अपनाने, अतिरिक्त सह उत्पादों के वैल्यू एडिशन, हरित ऊर्जा एवं एफ्लुएन्ट प्रबंधन, अधिक उपज और पेराई में चीनी की अधिक परता देने वाले गन्ने के उत्पादन सहित कम सिंचाई और मौसम की विपरीत परिस्थितियों में बेहतर पैदावार  के सम्बन्ध में चर्चा की गयी।    राष्ट्रीय शर्करा संस्थान, कानपुर के निदेशक वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेंद्र मोहन  ने बताया कि इस वर्कशॉप के दौरान विदेशो से आये विशेषज्ञों के साथ विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जायेगी। शुगर इंडस्ट्री को लगातार लाभ की स्थित में रखने के साथ वैल्यू एडेड प्रोडक्ट का उत्पादन कैसे हो, चीनी उत्प...

वट सावित्री व्रत कथा विधि , वट वृक्ष पूजन महत्व

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  वट सावित्री व्रत विधि कथा और महत्व - आचार्य श्याम जी अग्निहोत्री                        क्या है वट सावित्री व्रत का महत्व ज्येष्ठ माह की अमावस्या को वट सावित्री व्रत के पूजन का विधान है। इस दिन महिलाएँ अपने सुखद वैवाहिक जीवन की कामना से वटवृक्ष की पूजा-अर्चना कर व्रत करती हैं। वट सावित्री व्रत में 'वट' और 'सावित्री' दोनों का विशेष महत्व माना गया है।   वट / बरगद वृक्ष का महत्व इस संसार में अनेक प्रकार के वृक्ष है उनमे से बरगद के पेड़ का भी विशेष महत्व है। शास्त्रानुसार 'वट मूले तोपवासा' ऐसा कहा गया है। वट वृक्ष तो दीर्घायु और अमरत्व का प्रतीक है। पुराण के अनुसार बरगद में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों का निवास होता है। मान्यता है कि इस वृक्ष के नीचे बैठकर पूजन, व्रत कथा आदि सुनने से मनोवांक्षित फल की प्राप्ति शीघ्र ही होती है।   वट वृक्ष अपनी विशालता तथा दीर्घायु के लिए लोक में प्रसिद्ध होने से सुहागन महिलाएं वटवृक्ष की पूजा अपने पति के दीर्घायु होने की कामना के लिए करती है जिससे वट की तरह ही उनका पति भी दीर...

वर्ल्ड मेन्स्ट्रूअल हाईजीन डे -  जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कानपुर

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  वर्ल्ड मेन्स्ट्रूअल हाईजीन डे -  जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज    वर्ल्ड मेन्स्ट्रूअल हाईजीन डे पर कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग द्वारा महिलाओ और युवतियों को मासिक धर्म के विषय में विस्तृत जानकारी दी गयी। इस अवसर पर महिलाओ को मासिक धर्म के दिनों में स्वक्षता का ध्यान रखने के बारे में बताया और महिलाओ को इस विषय पर समाज में जागरूकता फैलाने के साथ सैनेटरी नैपकिन की उपलब्धता और मासिक धर्म की तार्किक जागरूकता और खुल कर बात करने की सलाह दी गयी। इस अवसर पर कार्यक्रम में सम्मिलित महिलाओ और बालिकाओ को सेनेटरी नैपकिन का वितरण भी किया गया।   प्रसूति एवं स्त्री रोग विभागकी विभागाध्यक्ष डॉ किरण पांडेय ने मेन्स्ट्रूअल हाईजीन के विषय को महत्वपूर्ण बताया और इससे जुडी समाज में फैली भ्रांतियों को गलत कहा। डॉ किरण ने महिलाओ को इस दौरान उचित सम्मान दिए जाने की बात कही और महिलाओ से इस दौरान स्टरलाइज़्ड सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल और समय समय पर बदलने करने की सलाह द...

शिव रहस्य , जीवन का आधार - अनंत शिव

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  जानिये देवो के देव महादेव भगवान शिव , भोलेनाथ, आदिनाथ आदि नामो से भजे जाने वाले सृष्टि के रचयिता शिव से जुड़े कुछ रहस्य -    शिव का नाग - शिव के गले में जो नाग लिपटा रहता है उसका नाम वासुकि है। वासुकि के बड़े भाई का नाम शेषनाग है।  आदिनाथ शिव - सर्वप्रथम शिव ने ही धरती पर जीवन के प्रचार-प्रसार का प्रयास किया इसलिए उन्हें 'आदिदेव' भी कहा जाता है। 'आदि' का अर्थ प्रारंभ। आदिनाथ होने के कारण शिव का एक नाम 'आदिश' भी है। शिव के अस्त्र-शस्त्र - शिव का धनुष पिनाक, चक्र को भवरेंदु और सुदर्शन, अस्त्र पाशुपतास्त्र और शस्त्र त्रिशूल है। इन सभी का  निर्माण शिव ने ही किया था। शिव के पुत्र - शिव के प्रमुख 6 पुत्र हैं - गणेश, कार्तिकेय, सुकेश, जलंधर, अयप्पा और भूमा। सभी के जन्म की कथा रोचक है। शिव की अर्द्धांगिनी - शिव की पहली पत्नी सती ने ही अगले जन्म में पार्वती के रूप में जन्म लिया और उनका उमा, उर्मि, काली के नामो से पूजन किया जाता हैं। शिव के गण - शिव के गणों में भैरव, वीरभद्र, मणिभद्र, चंदिस, नंदी, श्रृंगी, भृगिरिटी, शैल, गोकर्ण, घंटाकर्ण, जय और विजय प्रमुख हैं। इस...

कानपुर नगर में हुई मंडलीय खरीफ गोष्ठी

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  कानपुर नगर के चंद्र शेखर आज़ाद कृषि एवंप्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में कानपुर एवं प्रयागराज मंडल की संयुक्त मंडलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी 2019 का आयोजन किया गया। गोष्ठी में कानपुर और प्रयागराज मंडल के सभी जिलों के अधिकारी और बड़ी संख्या में किसानो ने शिरकत किया। गोष्ठी में किसानो को विभिन्न लाभकारी योजनाओ के विषय  जानकारी दी गयी।प्रमुख सचिव कृषि ने बताया कि खरीफ की गोष्ठियों के सम्बन्ध होने वाली यह पहली मंडलीय गोष्ठी है। इस गोष्ठी में कानपुर और प्रयागराज मंडल के सभी जनपदों  के अधिकारियों और किसानो के साथ विस्तृत चर्चा की गयी। प्रमुख सचिव ने बताया कि इस दौरान किसानो की समस्याओ को गंभीरता पूर्वक सुना गया और गोष्ठी में उपस्थितिअधिकारियों से किसानो की समस्याओ का समाधान करने को कहा गया है।प्रमुख सचिव ने कहा कि किसानो की अन्य शासन स्तर की समस्याओ को विभिन्न विभागों तक पहुंचा कर सबका समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानो को प्रदेश की सभी योजनाओ का लाभ मिले यही सरकार का उद्देश्य है।    गोष्...

माँ कुपोषित तो संतान का स्वास्थ्य भी होगा प्रभावित , मातृ - शिशु पर कानपुर मेडिकल कॉलेज में कार्यशाला

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      कानपुर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के जच्चा बच्चा चिकित्सालय में मेटरनल इन्फेंट एंड यंग चिल्ड्रेन न्यूट्रिशन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में गर्भवती महिलाओ एवं शिशुओं के कुपोषण के कारण होने वाले रोगो के रोकथाम ,  माँ और नवजात शिशु को होने वाली बीमारियों और बचाव के साथ स्वास्थ्य विषय पर जानकारी दी गयी।      मेडिकल कॉलेज में प्रसूति एवं स्त्री विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ किरण पांडेय ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य गर्भवती महिलाओ को उचित खानपान एवं पोषक तत्वों की जानकारी देना है। जिससे गर्भस्थ शिशु के कुपोषण की दरों में कमी लायी जा सके। गर्भवती स्त्री के आहार में 5 प्रकार के खाने का समावेश होना चाहिए। जिसमे प्रोटीन , फैट , हरी सब्जी एवं पीला फल होना चाहिए।     मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ आरती लाल चंदानी ने बताया कि गर्भवती महिलाओ एवं शिशुओं में होने वाली मृत्यु दर को समाप्त करने की दिशा में कानपुर मेडिकल कॉलेज वृहद स्तर पर कार्य कर रहा है। डॉ आरती ने बताया कि इसके लिए मेडिकल कॉलेज के तीन ...

राष्ट्रीय शर्करा संस्थान कानपुर ने तीन चीनी उत्पादक देशो से साइन किया एमओयू 

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        कानपुर स्थित राष्ट्रीय शर्करा संस्थान जल्द ही विश्व शर्करा गुरु बनने की दिशा में बढ़ रहा है। राष्ट्रीय शर्करा संस्थान कानपुर चीनी उत्पादक देशो के लिए शर्करा अभियांत्रिकी, प्रौद्योगिकी, गन्ना विकास सहित अन्य विषयो पर अध्यापन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेगा। संस्थान के निदेशक वरिष्ठ वैज्ञानिक नरेंद्र मोहन ने बताया कि संस्थान तीन चीनी उत्पादक देशो से एमओयू साइन करेगा। जिसमे शुगर टेक्नोलोजी रिसर्च इंस्टिट्यूट मिश्र , शुगरकेन रिसर्च इंस्टिट्यूट श्रीलंका और नाइजीरिया से इस सम्बन्ध में अनुबंध और एमओयू प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि श्रीलंका और मिश्र देश यह चाहते है कि उनके संस्थान हमारे साथ मिलकर रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर काम करे और आपसी तकनीक के सहयोग से दोनों देशो की शुगर इंडस्ट्री को आगे बढाए। नरेंद्र मोहन ने बताया कि नाइजीरिया में अभी शुगर इंस्टिट्यूट नहीं है वहां पर हम एक शुगर इंस्टिट्यूट बनायेंगे और प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करेगे जिससे रेवेन्यू भी आएगा। गौरतलब ह...

डॉ बीवीआर मोहन रेड्डी ने आईआईटी कानपुर को फंड स्टार्ट-अप में मदद करने के लिए दिया एक करोड़ दान

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    देश की प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी.कानपुर के पूर्व छात्र डॉ० बीवीआर मोहन रेड्डी ने आई.आई.टी.कानपुर में छात्रों की छात्रवृत्ति / स्टार्ट-अप / उद्यमियों को अपनी कंपनियों को इनक्यूबेट करने के लिए एक करोड़ रुपये का योगदान दिया है। आईआईटी के अनुसार आवेदनों के आधार पर प्रतिवर्ष 4 लाभार्थियों को छात्रवृत्ति के रूप में 18 महीने की अवधि के लिए प्रति माह 10,000 प्रदान किया जाएगा। इस छात्रवृत्ति के लिए पात्र केवल वो ही कंपनियां होंगी जो की आईआईटी कानपुर में इनक्यूबेट हुयी होंगी l यह छात्रवृत्ति आईआईटी कानपुर में ऊष्मायन पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने में मदद करेगी और अपने परिचालन को बढ़ाने के लिए बहुत आवश्यक धन के साथ स्टार्ट-अप में मदद करेगी। आईआईटी कानपुर ने डॉ बीवीआर मोहन रेड्डी की उदारता के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। आईआईटी के अनुसार डॉ मोहन रेड्डी की यह मदद परिसर में जीवंत नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा और स्टार्टअप इंडिया के सपने को साकार करने के लिए अधिक से अधिक उद्यमशीलता उपक्रमों को हमारे साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करेग...

मतदान करने की अपील

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  आचार्य प्रदीप तिवारी ने मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए ग्राम सभा पहाड़ापुर गोंडा में गोष्ठी सभा का आयोजन करवाया।  इस दौरान समाज के विभिन्न गणमान्य लोगो के साथ विशिष्ट लोगो को मतदान का महत्व बताया और सभी से मतदान करने के लिए अपील किया।  कार्यक्रम के मनोज कुमार शुक्ल ने सभी विशिष्ट व्यक्तियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में सपा के पूर्व विधायक बैजनाथ दुबे , बसपा से पूर्व प्रत्याशी मसूद आलम , गठबंधन प्रत्याशी चंद्रदेव राम यादव सहित व्यवस्थापक पंडित हेमन्त शुक्ला मौजूद रहे।     

आईआईटी कानपुर में हिंदी विकिपीडिया पर कार्यशाला का आयोजन

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    आईआईटी कानपुर में हिंदी विकिपीडिया पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। भारतीय भाषाओं में विकिपीडिया पर सामग्री बनाने की दिशा में विज्ञानं और प्रोद्योगिकी विभाग के सचिव प्रो.आशुतोष शर्मा की पहल का एक कदम है l  कार्यशाला का उद्घाटन निदेशक आई आई टी कानपुर प्रो० अभय करंदीकर ने किया l  कार्यशाला के आयोजन कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग आईआईटी कानपुर के प्रो टी.वी. प्रभाकर और आईआईटी मुम्बई के डॉ.राहुल देशमुख, ने हिंदी विकीपीडिया पर जानकारी दिया। उन्होंने विस्तार से बताया कि “हिंदी विकिपीडिया क्या है” “विकिपीडिया में हिंदी में सामग्री कैसे बनायी जाये और उसे कैसे सम्पादित किया जाये।   कार्यशाला में आईआईटी कानपुर के भौतिक विज्ञानं विशेषज्ञ प्रो एच सी.वर्मा ने उपस्थित सभी छात्रों एवं अध्यापको को हिंदी में भौतिक विज्ञानं विषय के बारे में विकिपीडिया पर सामग्री बनाने के लिए मार्गदर्शन और प्रशिक्षण दिया l कार्यशाला के प्रतिभागी मुख्य रूप से आईआईटी कानपुर में विकसित मूकिट (mooKIT) प्लेटफोर्म पर प्रो एच.सी .वर्मा द्वारा हिं...

आईआईटी कानपुर में डिफेंस कॉरिडोर को लेकर टेकनिकल सेशन

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  आईआईटी कानपुर में डिफेंस कॉरिडोर को लेकर टेकनिकल सेशन और  विभिन्न संभावनाओं पर चर्चा की गयी। कार्यक्रम में पधारे यूपीईआईडीए के सीईओ अविनीश अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में बनने वाले देश के दो डिफेन्स कॉरिडोर में से एक डिफेन्स कॉरिडोर बन रहा है। इसी क्रम में यूपी डिफेंस कॉरिडोर के पार्टनर आईआईटी कानपुर और आईआईटी बीएचयू के साथ डीआरडीओ के एक्सपर्ट्स के साथ आईआईटी कानपुर में टेकनिकल सेशन और कार्यप्रणाली पर चर्चा की गयी। अविनीश अवस्थी ने बताया कि पूरे कॉरिडोर को आगे ले जाने के लिए स्टार्ट-अप, इनोवेशन , प्लग एंड प्ले सहित ऐसा इकोसिस्टम चाहिए, जिसमे ऐसी यूनिट आये जो डिफेन्स सेक्टर में काम करे। अविनीश अवस्थी ने बताया कि यूपी डिफेंस कॉरिडोर को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारियों, उपलब्ध भूमि , पालिसी गाइड लाइन्स और नए यूनिट्स को दिए जाने वाले लाभ पर चर्चा की गयी है। आईआईटी कानपुर को हब बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि आईआईटी कानपुर के पास उपलब्ध भूमि में एक जॉइंट सेक्टर में आईआ...

मौसम विभाग ने लखनऊ समेत दस जिलों को किया अलर्ट

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फैनी चक्रवात (सावधानी / बचाव)

फैनी चक्रवात ( सावधानी / बचाव)  आप सभी न्यूज़ में, अखबारों में, व विभिन्न समाचार माध्यमों के माध्यम से पिछले दिनों से पढ़ रहे हैं कि उड़ीसा के तटवर्ती क्षेत्रों में फैनी चक्रवात बना है। जिसकी वजह से दिनांक 2 / 3 और 4 मई 2019 को फैनी चक्रवात के बनने की वजह से प्रभासित क्षेत्रो में 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने, ओले पड़ने व बारिश तथा वातावरण में आद्रता में वृद्धि होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जिसकी वजह से सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है।     तेज हवाओं के चलने से मकानों के टीन शेड उड़ सकते हैं, तेज हवाओं के चलने से रोड किनारे कमजोर पेड़ों के भी गिरने , बिजली के तारों व बिजली के खंभों के भी गिरने , स्पार्किंग, शॉर्ट सर्किट व रोड पर यातायात बाधित होने की संभावना है । ऐसे में सभी लोगो को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।   वही इस समय खेतो में अधिकांशत फसल कटने के लिए खड़ी है, जबकि काफी कुछ कट कर खेतों में बोझ के रूप में पड़ी हुई है। तेज हवा चलेगी तो खेतों में खड़ी फसल व पड़े हुए बोझों के नुकसान होने की संभावना है। ...

फैनी चक्रवात एलर्ट

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