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मार्च, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हृदय रोग संस्थान कॉर्डियोलॉजी हास्पिटल कानपुर में आग

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https://youtu.be/nW7KhnHA9ig हृदय रोग संस्थान  कॉर्डियोलॉजी हास्पिटल  कानपुर  में  आग हृदय रोग संस्थान  कॉर्डियोलॉजी हास्पिटल  कानपुर नगर  में आग लगने से अफरा तफरी मच गई। डॉक्टरों और स्टॉफ  ने परिजनों द्वारा  भर्ती  मरीजों को तुरंत बाहर  निकाला गया।  आग की सूचना लगते ही दमकल सहित पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँच गए। मौके पर मौजूद  अग्निशमन यंत्रों  और  पहुंचे  दमकल विभाग के कर्मचारियों ने सीढ़ियों की मदद से मरीजों को बाहर निका ला और आग पर काबू पाया गया।  कमिश्नर पुलिस कानपुर असीम अरुण ने बताया कि आग की सूचना लगते ही फायर कर्मियों द्वारा बड़ी तत्परता से कार्यवाही करते हुए आग पर काबू पा लिया गया है। उन्होंने बताया कि लगभग 140 मरीज अस्पताल में भर्ती थे सभी को सुरक्षित बाहर निकल लिया गया है और आग की वजह से कोई कैजुएलियी नहीं हुई है। सभी मरीजों को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आग लगने का कारणों की जांच की जाएगी  

आईआईटी कानपुर में कोवीशील्ड वैक्सीन से किया गया टीकाकरण

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https://youtu.be/H8khgs9Nrfg आईआईटी कानपुर में   कोवीशील्ड वैक्सीन से  किया गया  टीकाकरण       आईआईटी    कानपुर  में  कोविड -19 टीकाकरण अभियान  के तहत  60 वर्ष से अधिक और 45 वर्ष से अधिक के उम्र की अवस्था में सह-रुग्णता की श्रेणी में  आने वाले लोगो का टीकाकरण किया गया। मुख्य चिकित्साधिकारी कानपुर नगर  डॉ० अनिल मिश्र  और निदेशक आईआईटी कानपुर  अभय  करंदीकर  की उपस्थिति में  लगभग 130 व्यक्तियों के लिए टीकाकरण किया  गया । वैक्सी नेशन कार्यक्रम की शुरुआत  निदेशक आईआईटी कानपुर  अभय करंदीकर  का टीकाकरण से  किया गया। टीकाकरण के  बाद  सभी लोगो को  30 मिनट तक  चिकित्सको की  निगरानी में  रखा गया ।  मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अनिल मिश्रा ने वैक्सीन को सुरक्षित बताते हुए वैक्सिनेशन किये जाने के बाद भी लोगो से मास्क पहनने के साथ और उचित दूरी बनाये रखने और साबुन से हाट धोते रहने की सलाह दिया ।    व...

ऑफ़ सीजन , कम समय और कम पानी में सब्जी की फसल तैयार कर समृद्ध होंगे किसान

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  https://youtu.be/auTnkI-2PwU ऑफ़ सीजन   ,   कम समय और कम पानी में सब्जी की फसल तैयार कर समृद्ध होंगे किसान   जनपद कानपुर नगर स्थित  चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के विशेषज्ञों ने शोध कर कम समय में सब्जी की फसल तैयार करने में सफलता पाई है। इसमें फसलों से फूल कम गिरते है , फसलों का उत्पादन अधिक होता है , प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर से पौधों का विकास तेजी से होता है और गुणवत्ता बढ़ने के साथ ही पैदावार  अच्छी होगी।    इस तकनीक से सब्जी उत्पादक किसानो की आय दोगुनी होगी और किसान  समृद्ध होंगे।  इस तकनीक को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) के सहयोग से इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की जाएगी।     निदेशक शोध डॉ. एचजी प्रकाश ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद सेंटर फॉर एडवांस एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी योजना और प्रदेश सरकार द्वारा वित्त पोषित सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस ऑन वेजिटेबल क्रॉप पर विश्विद्यालय में पाली हाउस की स्थापना की गयी है इसके अंतर्गत ऑफ सीजन वेजिटेबल की उपज की जाती है। उन्होंने बता...

माता सीता की निंदा करने वाला धोबी न घर का न घाट का

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      माता सीता की निंदा करने वाला धोबी न घर का न घाट का जब भगवान श्रीराम अपने धाम को चले उस समय उनके साथ अयोध्या के सभी पशु- पक्षी, पेड़-पौधे मनुष्य भी उनके साथ चल पड़े । उनमें सीता जी की निंदा करने वाला धोबी भी था । भगवान ने उस धोबी का हाथ अपने हाथ में पकड़ रखा था और उनको अपने साथ लिए चल रहे थे, जिस-जिस ने भगवान को जाते देखा वे सब भगवान के साथ चल पड़े, कहते है कि वहां के पर्वत भी उनके साथ चल पड़े । सभी पशु-पक्षी, पेड़-पौधे, पर्वत और मनुष्यों ने जब साकेत धाम में प्रवेश करना चाहा तब साकेत का द्वार खुल गया पर जैसे ही उस निंदनीय धोबी ने प्रवेश करना चाहा तो द्वार बंद हो गया । साकेत द्वार ने भगवान से कहा-महाराज ! आप भले ही इसका हाथ पकड़ लें पर यह जगत जननी माता सीता जी की निंदा कर चुका है । इसका पाप इतना बड़ा है कि मैं इसे साकेत में प्रवेश की अनुमति नहीं दे सकता । जिस समय भगवान सब को साथ लिए साकेत की ओर चले जा रहे थे उसी समय सभी देवी-देवता भी आकाश मार्ग से देख रहे थे कि आखिर सीता माता की निंदा करने वाले पापी धोबी को भगवान कहां स्थान दिलाते हैं । भगवान ने द्वार बन्द होते ही इधर-उधर दे...

हनुमान जी को किस देवता ने कौन सा वरदान दिया

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हनुमान जी को किस देवता ने कौन सा वरदान दिया वाल्मीकि रामायण के अनुसार, बचपन में जब हनुमान सूर्यदेव को फल समझकर खाने को दौड़े तो घबराकर देवराज इंद्र ने हनुमानजी पर वज्र का वार किया। वज्र के प्रहार से हनुमान बेहोश हो गए। यह देखकर वायुदेव बहुत क्रोधित हुए और उन्होंने समस्त संसार में वायु का प्रवाह रोक दिया। संसार में हाहाकार मच गया। तब परमपिता ब्रह्मा हनुमान को होश में लाए। उस समय सभी देवताओं ने हनुमानजी को वरदान दिए। इन वरदानों से ही हनुमानजी परम शक्तिशाली बन गए। भगवान सूर्य ने हनुमानजी को अपने तेज का सौवां भाग देते हुए कहा कि जब इसमें शास्त्र अध्ययन करने की शक्ति आ जाएगी, तब मैं ही इसे शास्त्रों का ज्ञान दूंगा, जिससे यह अच्छा वक्ता होगा और शास्त्रज्ञान में इसकी समानता करने वाला कोई नहीं होगा। धर्मराज यम ने हनुमानजी को वरदान दिया कि यह मेरे दण्ड से अवध्य और निरोग होगा। कुबेर ने वरदान दिया कि इस बालक को युद्ध में कभी विषाद नहीं होगा तथा मेरी गदा संग्राम में भी इसका वध न कर सकेगी। भगवान शंकर ने यह वरदान दिया कि यह मेरे और मेरे शस्त्रों द्वारा भी अवध्य रहेगा। देव शिल्पी विश्वकर्मा ने वरदान द...

रुद्राभिषेक कर दुख रोग से छुटकारा पाएं और धन संपत्ति बढ़ाएं

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रुद्राभिषेक कर दुख रोग से छुटकारा पाएं और धन संपत्ति बढ़ाएं रुद्राभिषेक भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे प्रभावी उपाय है श्रावण मास या शिवरात्रि में रुद्राभिषेक किया जाए तो इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है रुद्राभिषेक का अर्थ है भगवान रुद्र का अभिषेक अर्थात शिवलिंग पर रुद्र के मंत्रों द्वारा अभिषेक करना जीवन में कोई कष्ट हो या कोई मनोकामना हो तो सच्चे मन से रुद्राभिषेक कर देखें निश्चित रूप से अभीष्ट फल की प्राप्ति होगी रुद्राभिषेक ग्रह से संबंधित दोषों और रोगों से छुटकारा दिलाता है शिवरात्रि प्रदोष और सावन के सोमवार को यदि रुद्राभिषेक  करें तो जीवन में चमत्कारिक बदलाव महसूस करेंगे किस कामना के लिए किन वस्तुओं से करें अभिषेक यदि वर्षा चाहते हो तो जल से रुद्राभिषेक  करें रोग और दुख से छुटकारा चाहते हैं तो कुश से रुद्राभिषेक करें मकान वाहन या पशु आदि की इच्छा है तो दही से रुद्राभिषेक करें लक्ष्मी प्राप्ति या कर्ज से छुटकारा पाने के लिए गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें धन में वृद्धि के लिए जल में शहद डालकर रुद्राभिषेक करें बीमारी को नष्ट करने के लिए जल में इत्र मिलाकर रुद्राभिषेक करे...

क्रूरता रहित चमड़े की तरह प्रदर्शित होने वाला फ्लेदर जैव विकल्प विकसित

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आईआईटी कानपुर ने मंदिर के फूलों और खेत के कचरे से बने  जानवरों के चमड़े के लिए  क्रूरता रहित,  चमड़े की तरह प्रदर्शित होने वाला फ्लेदर  जैव विकल्प विकसित किया है।   आईआईटी कानपुर समर्थित PHOOL.co ने  चमड़े की तरह प्रदर्शित होने वाला  फ्लेदर विकसित किया है। विकसित किये गए “फ्लेदर” के लिए भारत के माननीय उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू जी और केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ० हर्ष वर्धन द्वारा BIRAC इनोवेटर अवार्ड 2021 से सम्मानित किया गया। विकसित किया गया फ्लेदर मंदिर के फूलों और खेत के कचरे से बने जानवरों के चमड़े के लिए एक क्रूरता-रहित जैव-विकल्प है जिसे फूल द्वारा एक बायोमेट्रिक विकसित किया गया है जो लगभग चमड़े की तरह प्रदर्शन करता है।  फ्लेदर को बायोमिमिक्री के सिद्धांतों पर बनाया गया है, फ्लेदर को सौंदर्य अभिव्यक्ति, लचीलापन, घनत्व और शक्ति के लिए अनुकूलित किया जा सकता है। फ्लेदर बनाने की प्रक्रिया अल्ट्रा-टिकाऊ है, न केवल कई पारंपरिक डाउनस्ट्रीम लेदर टैनिंग प्रक्रियाओं में कटौती कर रही है, बल्कि समाज...

गंगा लोगो के पाप धोने के बाद भी क्यो नही होती पापी

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गंगा लोगो के पाप धोने के बाद भी क्यो नही होती पापी एक बार एक ऋषि ने सोचा कि लोग गंगा में पाप धोने जाते है, तो इसका मतलब हुआ कि सारे पाप गंगा में समा गए और गंगा भी पापी हो गयी ! अब यह जानने के लिए तपस्या की, कि पाप कहाँ जाता है ? तपस्या करने के फलस्वरूप देवता प्रकट हुए , ऋषि ने पूछा कि भगवन जो पाप गंगा में धोया जाता है वह पाप कहाँ जाता है ? भगवन ने जहा कि चलो गंगा से ही पूछते है, दोनों लोग गंगा के पास गए और कहा कि "हे गंगे ! जो लोग तुम्हारे यहाँ पाप धोते है तो इसका मतलब आप भी पापी हुई !" गंगा ने कहा "मैं क्यों पापी हुई, मैं तो सारे पापों को ले जाकर समुद्र को अर्पित कर देती हूँ !" अब वे लोग समुद्र के पास गए, "हे सागर ! गंगा जो पाप आपको अर्पित कर देती है तो इसका मतलब आप भी पापी हुए !"समुद्र ने कहा "मैं क्यों पापी हुआ, मैं तो सारे पापों को लेकर भाप बना कर बादल बना देता हूँ !"  अब वे लोग बादल के पास गए और कहा "हे बादलो ! समुद्र जो पापों को भाप बनाकर बादल बना देते है, तो इसका मतलब आप पापी हुए !" बादलों ने कहा "मैं क्यों पापी हुआ, मैं तो ...

ऐसे फरार हुआ था विकास दुबे बिकरू कांड का मुख्य आरोपी

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                                           ऐसे फरार हुआ था विकास दुबे बिकरू कांड का मुख्य आरोपी बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे गैंग के सात मददगारो को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार, असलहों का जखीरा बरामद कानपुर नगर के बिकरू कांड विकास दुबे को लेकर एसटीएफ ने मुलजिमो को भागने में मदद करने वाले सात आरोपियों को असलहो के जखीरा के साथ गिरफ्तार किया है। एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने प्रेस वार्ता में दो जुलाई बिकरू कांड में अनसुलझी गुत्थिओ का खुलासा करते हुए बताया कि एसटीएफ टीम ने असलहो की बरामदी करते हुए सात लोगो को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि असलहो के जखीरे में अमेरिका निर्मित सेमी आटोमेटिक राइफल, कार्बाइन, आधुनिक रिवाल्वर, बन्दूक सहित कई जिन्दा कारतूस और विकास दुबे का मोबाइल फोन सहित अन्य आरोपियों के मोबाइल फोन और दो लाख पांच हज़ार नगद रुपये बरामद किये है।  ए...