ओमीक्रॉन तेजी से फैलता है तीसरी लहर अगले साल के शुरू के महीनों में अपनी चरम स्तर पर होगी - प्रो मणीन्द्र अग्रवाल आईआईटी कानपुर

 


ओमीक्रॉन तेजी से फैलता है तीसरी लहर अगले साल के शुरू के महीनों में अपनी चरम स्तर पर होगी - प्रो मणीन्द्र अग्रवाल आईआईटी कानपुर 

कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन को लेकर आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल द्वारा किये गए शोध और विश्लेषण के अनुसार अभी तक जो इंडिकेशन आये है उसके अनुसार ओमीक्रॉन डेल्टा से तेजी से फैलता है, ऐसी सम्भावना है की इसकी तीसरी लहर अगले साल के शुरू के महीनों में अपनी चरम स्तर पर होगी और उसके बाद संख्या कम होनी शुरू हो जाएगी यह लहर दूसरी लहर जैसी घातक नहीं होगी। 

प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल के अनुसार ओमीक्रॉन  वैरिएंट के बारे में कुछ निश्चित रूप से कहा नहीं जा सकता जो अभी तक इंडिकेशन आए हैं वह बता रहे हैं कि  ओमीक्रॉन  डेल्टा से ज्यादा तेजी से फैलता है, लेकिन क्या यह डेल्टा से ज्यादा खतरनाक है कि इसकी वजह से ज्यादा लोग हॉस्पिटलाइज हो जाएंगे इस बात को अभी तक नहीं कहा जा सकता है। 

प्रो मणीन्द्र अग्रवाल के अनुसार अफ्रीका या अन्य देशों से जो डाटा निकल कर आया है उसमें जो लोग ओमीक्रॉन से प्रभावित है उनको ज्यादा इंफेक्शन नहीं हुआ है उनको माइल्ड इंफेक्शन हुआ है। उन्होंने कहा कि ओमीक्रॉन वैक्सीन वाली इम्युनिटी को बाई पास करने में कुछ हद तक सक्षम है, वहीं जहां तक नेचुरल इम्यूनिटी की बात है यह संक्रमित हो चुके व्यक्तियों जिन्हें पहले संक्रमण हो चुका है और ठीक होकर उनमें नेचुरल इम्युनिटी आ चुकी है। ऐसे लोगों को ओमीक्रॉन बहुत ज्यादा बाईपास नहीं कर पा रहा है। प्रो मणीन्द्र के अनुसार भारत में इसका बहुत अधिक असर होने की संभावना नहीं है, क्योंकि भारत में लगभग 80% जनसंख्या में नेचुरल है नेचुरल इम्यूनिटी है इसके अलावा वैक्सीनेशन भी बड़ी संख्या में हुआ है, इसलिए इसका बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि ऐसी सम्भावना है कि ओमीक्रॉन हमारे देश में भी फैलेगा क्योंकि यह डेल्टा से ज्यादा तेजी से फैलने वाला है इसलिए थोड़ा जल्दी फैलेगा। उन्होंने कहा कि अगर हम मानते हैं कि यह अभी से फैलना प्रारंभ कर चुका है तो तीसरी लहर अगले साल शुरू के महीनों में अपनी चरम स्तर पर होगी और उसके बाद संख्या कम होनी शुरू हो जाएगी वही यह दूसरी लहर जैसी या घातक नहीं होगी ऐसी संभावना है।