आईआईटी कानपुर में ऊर्जा सततता के क्षेत्र में शिक्षा और अत्याधुनिक अनुसंधान के लिए अभियांत्रिकी विभाग की स्थापना


                                    


                                       https://youtu.be/JBK9Iz-ahR0

आईआईटी कानपुर में ऊर्जा सततता के क्षेत्र में शिक्षा और अत्याधुनिक अनुसंधान के लिए अभियांत्रिकी विभाग की स्थापना

कानपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में ऊर्जा सततता के क्षेत्र में शिक्षा और अत्याधुनिक अनुसंधान के लिए बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में नए अभियांत्रिकी विभाग की स्थापना की स्वीकृति मिल गयी है। ऊर्जा अभियांत्रिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के साथ शैक्षणिक विभाग शुरू करना देश की शैक्षिक और प्रौद्योगिकी विकास संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है, जब भारत कई क्षेत्रों में ऊर्जा सततता से संबंधित तकनीकों में एक वैश्विक ताकत बनना चाहता है। देश की इन महत्वाकांक्षी योजनाओं में भागीदार बनने के लिए विभाग उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले स्नातक एवं परास्नातक शैक्षिक कार्यक्रमों का संचालन करेगा।  नए विभाग के शैक्षणिक कार्यक्रमों का उद्देश्य पारंपरिक इंजीनियरिंग, विज्ञान और मानविकी के उपयुक्त विषयों को ऊर्जा सततता के परिपेक्ष्य में सही संतुलन में पढ़ाना है जिससे विद्यार्थियों में बहुमुखी क्षमताओं का विकास होगा जिससे ऊर्जा सततता के क्षेत्र में उद्योग जगत के साथ-साथ अकादमिक और अनुसंधान संगठनों के लिए भी मूल्यवान होंगे। 


नए विभाग से संबन्धित प्रयासों का समन्वयन कर रहे प्रोफेसर आशीष गर्ग ने कहा कि विभाग की गतिविधियां भारत सरकार द्वारा स्थापित प्रमुख राष्ट्रीय कार्यक्रमों जैसे मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, स्वच्छ भारत और आत्मनिर्भर भारत के अनुरूप होंगी और मूल शोध को ऊर्जा संबंधी तकनीकों के विकास तक पहुंचाने के साथ व्यवसायीकरण पर होगी। विभाग की शोध गतिविधियों को मुख्यतः चार क्षेत्रों यानी ऊर्जा विकास और उत्पादन, ऊर्जा भंडारण और वितरण, वैकल्पिक ईंधन तथा ऊर्जा, पर्यावरण और नीति के तहत वर्गीकृत किया जाएगा। 

बाइट - प्रो आशीष गर्ग , आईआईटी कानपुर