लखनऊ से तेज कानपुर मेट्रो का काम, तीन माह में असाधारण उपलब्धि


लखनऊ से तेज कानपुर मेट्रो का काम, तीन माह में असाधारण उपलब्धि


औद्योगिक नगरी कानपुर नगर में मेट्रो कार्य गति पकड़ता जा रहा है। आईआईटी से राष्ट्रीय शर्करा संस्थान के बीच प्रायोरिटी कॉरिडोर का पहला पियर कैप यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने मंत्र उच्चारण के बीच नारियल फोड़कर पूजन करके रखा।


यू-गर्डर को पियर या पिलर के ऊपर रखने के लिए एक आधार दिया जाता है, जिसे पियर कैप कहा जाता है। यू-गर्डर मेट्रो के संरचनागत ढांचे की वह इकाई होती है, जिस पर मेट्रो ट्रैक बिछाया जाता है , यू-गर्डर और पिलर के बीच के हिस्से को पियर कैप कहा जाता है। लखनऊ मेट्रो परियोजना की अपेक्षा कानपुर में यह उपलब्धि करीब तीन माह पहले हासिल कर लिया है, जो असाधारण और एक कीर्तिमान है।


गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन द्वारा कानपुर मेट्रो परियोजना के प्रायोरिटी कॉरिडोर के सिविल निर्माण कार्य का शिलान्यास 15 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। आईआईटी से मोतीझील के बीच लगभग 9 किमी लंबे प्राथमिक सेक्शन (प्रायोरिटी कॉरिडोर) का सिविल निर्माण कार्य तेजी से जारी है। निर्माण कार्य के शुभारंभ के बाद से कानपुर मेट्रो ट्रैक निर्माण कार्य की गति को लेकर यूपीएमआरसी खासा गंभीर है।


लखनऊ मेट्रो को भारत का फास्टेस्ट मेट्रो बताते हुए डायरेक्टर, वर्क एंड इंफ़्रा स्ट्रुक्टर संजय मिश्रा ने बताया कि नवंबर 2021 तक आईआईटी से लेकर मोतीझील तक कार्य कर लेना है जिस पर प्लान के अनुसार कार्य चल रहा है। वही कानपुर में मेट्रो कार्य के दौरान शहर में जाम की स्थित से बचने के लिए यातायात के नियमो से चलने और सहयोग करने की अपील किया।