होली गंगा मेला कानपुर


होली गंगा मेला कानपुर


कानपुर में होली गंगा मेला के साथ आठ दिनों तक होली मनाई जाने की परंपरा आज़ादी से पूर्व से चली आ रही है। कानपुर के रज्जन बाबू पार्क हटिया से रंग का ठेला निकला जाता है जो परेड , जनरलगंज , बिरहाना रोड सहित विभिन्न क्षेत्रो में होलियारों के साथ घूमता है लोग नाचते गाते हुए रंग गुलाल खेलते है और शाम को गंगा किनारे सरसैया घाट पर मेले का आयोजन किया जाता है। हालांकि कोरोना के प्रकोप और बदले मौसम के चलते इस बार होली मेले का स्वरुप बदला हुआ है।


कानपुर में आठ दिनों तक होली खेलने की परंपरा आज़ादी से पूर्व से चली आ रही है। जब अंग्रेजो के विरोध करने के बाद भी लोगो ने होली खेली थी और कुछ देशभक्त नौजवानों की एक टोली ने हटिया इलाके से निकल रहे अंग्रेज पुलिस अधिकारियों पर रंग डालकर ’’ टोडी बच्चा हाय हाय ‘‘ के नारे लगाये थे जिसके बाद नाराज अंग्रेजो ने होली खेलने वाले लोगो को गिरफ्तार कर लिया था। लोगो की गिरफ्तारी के बाद जनमानस का भारी विरोध हुआ और दबाव में आकर अंग्रेजो को सभी गिरफ्तार किये गए लोगो को रिहा करना पड़ा था। जिसके बाद लोगो ने अपनी जीत के जश्न में फिर से होली खेली और गंगा मेला का आयोजन किया तभी से अनुराधा नक्षत्र में होली मनाई जाती है।