पेट्रोल में 10 फीसद बायो इथेनॉल के सम्मिश्रण को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय शर्करा संस्थान और इंडियन मिलेट रिसर्च इंस्टीट्यूट, हैदराबाद के बीच एमओयू 



पेट्रोल में 10 फीसद बायो इथेनॉल के सम्मिश्रण को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय शर्करा संस्थान और इंडियन मिलेट रिसर्च इंस्टीट्यूट, हैदराबाद के बीच एमओयू 

 

कानपुर नगर स्थित राष्ट्रीय शर्करा संस्थान एनएसआई और हैदराबाद के इंडियन मिलेट रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईआईएमआर) के बीच पेट्रोल में 10 फीसद बायो इथेनॉल के सम्मिश्रण को बढ़ावा देने के लिए एमओयू साइन कर हाथ मिलाया है। इस सम-सामयिक उद्देश्य की पूर्ति हेतु स्वीट सोरगम की विभिन्न प्रजातियों पर शोध करने के साथ स्वीट सोरगम से इथेनाल उत्पादन की संभावनाओं की तलाश के लिये मिलकर अनुसंधान कार्य करने हेतु प्रोजेक्ट को विकसित करना है।  


इंडियन मिलेट रिसर्च इंस्टीट्यूट हैदराबाद से आए डॉ. विलास टोनापी के अनुसार इंडियन मिलेट रिसर्च इंस्टीट्यूट जवार , बाजरा और मिल्लेट्स के वैल्यू एडिशन पर कार्य करने से साथ ही नई किस्मो के उत्पादन पर काम करता है। उन्होंने बताया कि इस एमओयू में स्वीट स्टॉक सोरगम पर काम किया जाएगा , जिससे शुगर इंडस्ट्री एथेनॉल का उत्पादन कर सकती है और किसान भी दूसरी फसल के तौर पर इसका उत्पादन कर आमदनी बढ़ा सकते है। उन्होंने बताया कि इससे सरकार की बायो फ्यूल पॉलिसी को भी बल मिल सकता है।