उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के बढ़ते कदम - प्रबंध निदेशक कुमार केशव
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने औद्योगिक नगरी कानपुर में मेट्रो निर्माण कार्य के सन्दर्भ में बताया कि कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना करीब साढे 32 किलोमीटर लंबी रहेगी जिसमे दो कॉरिडोर होंगे। उन्होंने कहा कि एक कॉरिडोर आईआईटी कानपुर से शुरू होकर मोती झील से होते हुए नोबस्ता तक जाएगा। जबकि दूसरा कॉरिडोर बर्रा 8 से लेकर चंद्रशेखर आज़ाद यूनिवर्सिटी तक होगा।
गौरतलब है कि प्रायोरिटी कॉरिडोर के एलिवेटेड सेक्शन निर्माण कार्य 8.728 किलोमीटर आईआईटी कानपुर से मोती झील तक होगा। इस खंड में आईआईटी कानपुर, कल्याणपुर रेलवे स्टेशन, एसपीएम अस्पताल, सीएसजेएम विश्वविद्यालय, गुरुदेव चौराहा, गीता नगर, रावतपुर रेलवे स्टेशन, लाला लाजपत राय अस्पताल व मोती झील सहित 9 स्टेशन शामिल होंगे। प्राथमिकता अनुभाग की अनुमानित लागत लगभग 2000 करोड़ है, अनुमान है कि प्राथमिकता वाले गलियारे पर मेट्रो का परिचालन लगभग 2 वर्षों में शुरू हो जाएगा।
कुमारा केशव ने बताया कि एक कॉरिडोर में 22 स्टेशन और दूसरे कॉरिडोर में आठ स्टेशन है, वही सेंट्रल पोर्शन अंडरग्राउंड रहेगा जिसमे मोतीझील के बाद झकरकटी बस स्टेशन तक आठ स्टेशन होंगे। दोनों कोर्रिडोर्स की अनुमानित कम्पलीशन लागत करीब 11 हज़ार 76 करोड़ है और उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन पांच साल में बहुत ही कुशलता और नियत समय से पूर्ण कर लेगा।
गौरतलब है कि यूपीएमआरसी ने पहले लखनऊ मेट्रो उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर परियोजना का काम साढ़े चार साल के रिकॉर्ड समय के भीतर पूरा किया था और अब तक यह देश में सबसे तेजी से निर्मित और निष्पादित मेट्रो रेल परियोजना है।