देवोत्थानी एकादशी

देवोत्थानी एकादशी  


इस वर्ष देवोत्थान एकादशी 8 नवंबर को है। चार माह बाद श्री‌ विष्णु भगवान विष्णु योग निद्रा से जगेंगे। आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक चार मास को चातुर्मास कहा जाता है। इस वर्ष यह चातुर्मास 12 जुलाई से शुरू हुआ और इसका समापन आठ नवंबर को होगा। आठ नवंबर को देवोत्थानी एकादशी का व्रत रखा जायेगा और शनिवार को चातुर्मास समाप्त हो जाएगा।


मान्यता है कि देवोत्थानी एकादशी के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु का पूजन अर्चन करने से पद, प्रतिष्ठा व ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। एकादशी के दिन सायंकाल तुलसी शालिग्राम का विवाह का पूजन अर्चन किया जाता है। तुलसी शालिग्राम विवाह के बाद विवाहादि मंगल कार्य होगा शुरु हो जाता है। 


8 से 12 नवंबर तक रहेगा भीष्म पंचक, भगवान विष्णु देंगे पद और प्रतिष्ठा।


16 दिसंबर से लगेगा खरमास, एक माह के लिए बंद हो जाएंगे मांगलिक कार्य।