राष्ट्रीय उद्यमिता पुरस्कार के लिए आईआईटी कानपुर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से युवा एंटरप्रेन्योर की करेगा तलाश


राष्ट्रीय उद्यमिता पुरस्कार 2019 के लिए आईआईटी कानपुर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से युवा एंटरप्रेन्योर तलाश करेगी 

 

आईआईटी कानपुर ने भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय उद्यमिता पुरस्कार (NEA) 2019 के चौथे संस्करण का शुभारंभ किया। आई आई टी कानपुर में आयोजित लॉन्च मीटिंग के दौरान, आई आई टी कानपुर के निदेशक, प्रो करंदिकर, ने यू.पी. और एम.पी. से आमंत्रित गणमान्य व्यक्तियों भारतीय उद्योग संघ (आईआईए) के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों, फिक्की-फ़्लो, टीआईई, सीआईआई, वीसी और शीर्ष संस्थानों के निदेशक, आईआईटी कानपुर के डीन और प्रोफेसर,  स्वयंसेवी, एनजीओ और आगामी उद्यमी / स्टार्ट-अप शामिल रहे। एनईए 2019 का उद्देश्य उत्कृष्ट युवा पीढ़ी के उद्यमियों को पहचानना और उनका सम्मान करना है जिन्होंने उद्यमी पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण में अहम योगदान दिया है। वही इसका उद्देश्य सभी क्षेत्रों, भौगोलिक और सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से योग्य उद्यमियों और उद्यमी पारिस्थितिकी तंत्र निर्माताओं तक पहुंचना है। इस श्रृंखला में कुल 45 पुरस्कार होंगे, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में युवा उद्यमियों के लिए 39 पुरस्कार और उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र निर्माताओं के लिए 6 पुरस्कार शामिल हैं। विजेताओं को 5 लाख से 10 लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ एक ट्रॉफी और प्रमाण पत्र मिलेगा। NEA 2019 का उद्देश्य उद्यमिता के लिए युवाओं में एक सांस्कृतिक बदलाव को उत्प्रेरित करना और दूसरों के लिए उत्कृष्टता का मॉडल उजागर करना और उस पर सुधार करना है। अधिक जानकारी के लिए कृपया http://www.neas.gov.in/ पर लॉग ऑन करें या 0512-2596931 पर कॉल करें। 10 सितंबर 2019 तक आवेदन किया जा सकता है। 

 

गौरतलब है कि मेक इन इंडिया और स्टार्ट अप को गति देने के साथ सस्ती व टिकाऊ तकनीक को स्टार्टअप तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने आईआईटी कानपुर को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के छोटे छोटे गांव में ऐसे एंटरप्रेन्योर की तलाश करने की जिम्मेदारी सौपी गयी है। आईआईटी, विश्वविद्यालय, इंडस्ट्रीज के विशेषज्ञों समेत विभिन्न समाज सेवी संगठनो के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के जिलों में गांव-गांव का भ्रमण करेंगे और वहां अलग-अलग इनोवेटिव आईडिया पर काम कर रहे छोटे-छोटे इंटरप्रिन्योर को तलाशा जायेगा। यह ऐसी तकनीक होगी जो ग्रामीण क्षेत्रों के युवा विकसित करते रहते हैं लेकिन उन्हें कोई बड़ा मंच नहीं मिल पाता है। चयनित किये गए टॉप एंटरप्रेन्योर को नौ नवंबर को दिल्ली में होने वाले राष्ट्रीय उद्यमिता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 

 

आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर अभय करंदीकर ने बताया कि भारत सरकार के कौशल विकास व उद्यमिता मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रिय उद्यमिता पुरूस्कार 2019 के लिए चयन किये जाने वाले युवा एंटरप्रेंयूर्स के लिए आईआईटी कानपुर नॉलेज पार्टनर की तरह कार्य कर रहा है।  इसमें आईआईटी का उद्देश्य यह है कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के क्षेत्रो से अच्छे युवा एंटरप्रेंयूर्स तक यह बात पहुंचाई जा सके, जिससे इस अवार्ड के लिए ज्यादा से ज्यादा अच्छे नॉमिनेशंस आ सके। उन्होंने बताया कि नेशनल एंटरप्रेंयूर्शिप अवार्ड सारे भारत के सभी युवा उद्यमियों के लिए है और यह कई क्षेत्रो में दिया जाएगा। आईआईटी कानपुर को उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के छोटे छोटे गांव में ऐसे एंटरप्रेन्योर की तलाश करने की जिम्मेदारी दी गयी है। इसके लिए इंजीनियरिंग कॉलेजो , इंडस्ट्रीज एसोसिएशन , सहित  दूर दराज के गावो तक बात पहुंचाने के लिए ग्राम प्रधानों के माध्यम से पहुंचाने  सोशल;मीडिया की सहायता भी ली जायेगा। उन्होंने बताया कि इस अवार्ड का मुख्य उद्देश्य है कि ऐसे उद्धयमियो की पहचान कर उन्हें प्रोत्साहन दिया जाये जिससे पूरे भारत में उद्धयमिता के प्रति लोगो की रूचि बढे और अन्य लोग भी उद्धयमिता के प्रति प्रोत्साहित हो कर कई अन्य लोगो को भी रोजगार दे सके वही इससे देश की आर्थिक विकास में भी मदद मिलेगी।