प्रसिद्ध हास्य कवि प्रदीप चौबे का ग्वालियर में हृदयाघात से निधन

 



प्रसिद्ध हास्य कवि प्रदीप चौबे का गुरुवार रात ग्वालियर में हृदयाघात से निधन हो गया। घर पर देर रात घबराहट होने के बाद उनकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ देर रात दो बजे के आसपास उनका निधन हो गया। 70 वर्षीय  प्रदीप चौबे पिछले कुछ समय से कैंसर से भी पीड़ित थे। 


हास्य कवि प्रदीप चौबे देना बैंक से 2001 में स्वैक्षिक सेवानिवृत ले चुके थे और 50 वर्षो से हास्य कविताओं और व्यंग के माध्यम से देश के प्रमुख हास्य कवियों में पहचान बनाये हुए थे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई सहित देश के प्रमुख कवियों के साथ मंच साझा किया। साहित्य के क्षेत्र में श्रेस्ठ कार्य करने के लिए राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने उन्हें सम्मानित किया था। काका हाथरसी पुरस्कार व्यंग , रंग चकल्लस पुरूस्कार कविताओं और उत्तर प्रदेश सरकार सहित पत्रकार  परिषद् द्वारा भी सम्मानित किये गए थे। हास्य कवि प्रदीप अपनी रचनाओं के जरिए लोगों को गुदगुदाने के साथ ही व्यवस्था पर भी हास्यात्मक प्रहार करते थे। कविताओं में हंसी के साथ व्यंग्य का पुट देने में माहिर चौबे ने अपनी हास्य कविता में अपनी ही शवयात्रा पर हास्य कविता लिख डाली थी।