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मई, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सुंदरकांड - चमत्कारिक प्रभाव देने वाला काव्य

  सुंदरकांड - चमत्कारिक प्रभाव देने वाला काव्य सुंदरकांड को समझ कर उसका पाठ करें तो हमें और भी आनंद आएगा। सुंदरकांड में 1 से 26 तक जो दोहे हैं, उनमें शिवजी का अवगाहन है, शिवजी का गायन है, वो शिव कांची है। क्योंकि शिव आधार हैं, अर्थात कल्याण। जहां तक आधार का सवाल है, तो पहले हमें अपने शरीर को स्वस्थ बनाना चाहिए, शरीर स्वस्थ होगा तभी हमारे सभी काम हो पाएंगे। किसी भी काम को करने के लिए अगर शरीर स्वस्थ है तभी हम कुछ कर पाएंगे, या कुछ कर सकते हैं। सुंदरकांड की एक से लेकर 26 चौपाइयों में तुलसी बाबा ने कुछ ऐसे गुप्त मंत्र हमारे लिए रखे हैं जो प्रकट में तो हनुमान जी का ही चरित्र है लेकिन अप्रकट में जो चरित्र है वह हमारे शरीर में चलता है। हमारे शरीर में 72000 नाड़ियां हैं उनमें से भी तीन सबसे महत्वपूर्ण हैं। जैसे ही हम सुंदरकांड प्रारंभ करते हैं- ॐ श्री परमात्मने नमः, तभी से हमारी नाड़ियों का शुद्धिकरण प्रारंभ हो जाता है। सुंदरकांड में एक से लेकर 26 दोहे तक में ऐसी ताकत है, ऐसी शक्ति है... जिसका बखान करना ही इस पृथ्वी के मनुष्यों के बस की बात नहीं है। इन दोहों में किसी भी राजरोग को मिटाने क...

भारत में कोवीड़ 19 की दूसरी लहर की गति हो रही है धीमी

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भारत में कोवीड़ 19 की दूसरी लहर की गति हो रही है धीमी -  आईआईटी कानपुर  आईआईटी कानपुर  के वैज्ञानिक  प्रो. राजेश रंजन और प्रो. महेंद्र वर्मा के अनुसार भारत में  कोविड -19 की दूसरी लहर की गति धीमी पड़ रही है। वैज्ञानिको की टीम द्वारा   देश भर में जिलेवार विवरण पूर्वानुमान प्रदान करने के लिए एक मॉडल "कोविड -19 भविष्यवाणी मॉडल" पर निरंतर कार्य किया जा रहा है। जिसके बाद वैज्ञानिको ने  अद्द्यतन दैनिक  पूर्वानुमानों के लिए एक वेबसाइट (  https://covid19-forecast.org  ) लॉन्च की है।  वैज्ञानिको द्वारा तैयार  किये गए मॉडल के   अनुसार  1. भारत में संक्रमण मई के पहले सप्ताह में अपने चरम पर पहुंच गया है और वर्तमान में कुछ राज्यों को छोड़कर इसमें भारी गिरावट आ रही है। हस्तक्षेपों के कारण 8 मई, 2021 को दैनिक मामलों की औसत संख्या इसके मूल्य का लगभग 60% हो गई है। 2. परीक्षण सकारात्मकता दर (टीपीआर) भी 8 मई 2021 को लगभग 23% के उच्च मूल्य से घटकर लगभग 12% हो गई है, जो दैनिक परीक्षण क्षमता में वृद्धि के कारण है। 3. मृत...

कोरोना महामारी से निपटने में आईआईटी कानपुर जरूरतमंद छात्रों को देगा राहत सहायता राशि

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  कोरोना महामारी से निपटने में आईआईटी कानपुर जरूरतमंद छात्रों को देगा राहत सहायता राशि    आईआईटी कानपुर ने कोरोना महामारी काल में मेडिकल आपात स्थिति का सामना कर रहे छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए कोविड 19 रिलीफ फण्ड की शुरुआत की है। संस्थान के निदेशक प्रो अभय  करंदीकर के अनुसार  योगदानकतार्ओं के सहयोग से संस्थान ने 3 सप्ताह में ही 700 से भी अधिक लोगो की मदद से एक करोड़ से अधिक की राहत सहायता राशि जुटा लिया है।  प्रो अभय करंदीकर के अनुसार कुछ जरूरतमंद छात्रों द्वारा अपने परिवार के सदस्यों के इलाज के लिए पैसे की जरूरत पड़ने पर संस्थान से मदद करने की गुहार लगायी गई थी। जिसको संज्ञान में लेकर संस्थान द्वारा कोविड 19 रिलीफ फण्ड की शुरुआत की गयी और जरूरतमंद छात्रों की मदद की जा रही है। उन्होंने बताया कि जरूरतमंद छात्रों की मदद के लिए संस्थान द्वारा कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी के सदस्यों द्वारा जरूरतमंद छात्रों के आवेदन पर निर्णय लेने के बाद सहायता राशि प्रदान की जायेगी। 

एयर्थ ने तैयार किया एंटी माइक्रोबियल एयर प्यूरीफायर, बैक्टीरिया और वायरस से करेगा सुरक्षित

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  आईआईटी की इन्क्यूबेटर कंपनी एयर्थ ने तैयार किया एंटी माइक्रोबियल एयर प्यूरीफायर,  बैक्टीरिया और वायरस से करेगा सुरक्षित  आईआईटी कानपुर और बॉम्बे के वैज्ञानिको की मदद से इन्क्यूबेटर कंपनी एयर्थ द्वारा एंटी माइक्रोबियल एयर प्यूरीफायर तैयार किया गया है। कोरोना और ब्लैक फंगस संक्रमण सहित हवा में मौजूद अन्य कीटाणु, बैक्टीरिया और वायरस से बचाव को लेकर तैयार किये इस एंटी माइक्रोबियल एयर प्यूरीफायर को पूरी तरह से कारगर और सुरक्षित बताया जा रहा है।    एयर्थ कंपनी के सीईओ रवि कौशिक के अनुसार अभी तक अस्पतालो में यूवी लाइट या फ्यूमिगेशन का प्रयोग किया जाता है जो कि मरीज स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इसको ध्यान में रखते हुए आईआईटी कानपुर और आईआईटी बॉम्बे के सहयोग से एंटी माइक्रोबियल एयर प्यूरीफायर तैयार किया गया है जो कि वायरस, बैक्टीरिया और फंगस का रियल टाइम डी-एक्टिवेशन करने के साथ ही इसे लगातार पूरे समय तक प्रयोग किया जा सकता और यह पूरी तरह से सुरक्षित है इसका मानव शरीर पर हानिकारक असर नहीं होता है।  रवि कौशिक  ने बताया ...

पुनर्जन्म से सम्बंधित अनसुलझी बाते

 पुनर्जन्म से सम्बंधित  अनसुलझी बाते    प्रश्न :- पुनर्जन्म किसको कहते हैं ? उत्तर :- जब जीवात्मा एक शरीर का त्याग करके किसी दूसरे शरीर में जाती है तो इस बार बार जन्म लेने की क्रिया को पुनर्जन्म कहते हैं । प्रश्न :- पुनर्जन्म क्यों होता है ? उत्तर :- जब एक जन्म के अच्छे बुरे कर्मों के फल अधुरे रह जाते हैं तो उनको भोगने के लिए दूसरे जन्म आवश्यक हैं । प्रश्न :- अच्छे बुरे कर्मों का फल एक ही जन्म में क्यों नहीं मिलता ... एक में ही सब निपट जाये तो कितना अच्छा हो ? उत्तर :- नहीं जब एक जन्म में कर्मों का फल शेष रह जाए तो उसे भोगने के लिए दूसरे जन्म अपेक्षित होते हैं । प्रश्न :- पुनर्जन्म को कैसे समझा जा सकता है ? उत्तर :- पुनर्जन्म को समझने के लिए जीवन और मृत्यु को समझना आवश्यक है और जीवन मृत्यु को समझने के लिए शरीर को समझना आवश्यक है। प्रश्न :- शरीर के बारे में समझाएँ ? उत्तर :- हमारे शरीर को निर्माण प्रकृति से हुआ है।  जिसमें मूल प्रकृति ( सत्व रजस और तमस ) से प्रथम बुद्धि तत्व का निर्माण हुआ है। बुद्धि से अहंकार (बुद्धि का आभामण्डल)। अहंकार से पांच ज्ञानेन्द्रियाँ ...

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरिक्षण कर जांचा कोरोना प्रबंधन

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  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण कर जांचा कोरोना प्रबंधन   कानपुर नगर पहुंचे प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड नियमो का पालन करते हुए इन्टीग्रेटेड कोवीड कमांड सेंटर का निरीक्षण किया और अधिकारियो से कण्ट्रोल सेंटर की कार्यप्रणाली और व्यवस्था के सन्दर्भ में विस्तार से जानकारी लिया। निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ केडीए सभागार में समीक्षा बैठक कर अधिकारियो को दिशा निर्देश दिया। वही कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने जनपद के परगही बाँगर गांव का निरीक्षण किया और निगरानी समिति के कार्यकर्ताओ से व्यवस्था को लेकर बात किया और कोरोना को चैलेंज बताते हुए इससे निपटने के लिए लोगो से मेहनत से काम करके जनता की सेवा करने की नसीहत दिया।   पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडल के कोरोना प्रबंधन सम्बंधित बैठक और समीक्षा की गयी है। सीएम ने कहा कि पूरे देश में कोरोना महामारी के खिलाफ प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में वृहद अभियान चलाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश को देश ...